पर्यावरण और प्रकृति के प्रति संरक्षण का नजरिया रखने और स्वस्थ रहने का भी संकेत देते हैं त्योहार। स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है। इसलिए इस अवसर पर जो पकवान खाए जाते हैं या सगे-संबंधियों को जो खाद्य सामग्रियां दी जाती हैं, कहीं न कहीं इनके माध्यम से स्वास्थ्य लाभ करने का ही संकेत दिया जाता है। दीपावली के 2 दिन बाद मनाया जाता है भैया दूज। इस अवसर पर भाई-बहन एक दूसरे के स्वस्थ जीवन और लंबी आयु की प्रार्थना करते हैं। साथ ही तिलक लगाने के बाद बहनें भाई को नारियल गरी, मिसरी, काला चना, पान और सुपारी देती हैं। यदि हम इन सामग्रियों के आदान-प्रदान को सूक्ष्मता से देखें, तो ये सभी हमारे फिजिकल और मेंटल हेल्थ को मजबूत करने के लिए प्रतीक स्वरुप दिए जाते हैं।