इन 5 तरीकों से बढ़ाएं EQ
इमोशनल कोशेंट (EQ) क्या है
EQ दरअसल इमोशनल इंटेलिजेंस को मापने का एक तरीका है और इमोशनल इंटेलिजेंस पर बेस्टसेलिंग बुक लिखने वाले लेखक ट्रेविस ब्रैडबेरी के शब्दों में ‘किसी व्यक्ति की इमोशनल इंटेलिजेंस, स्वयं और दूसरों की भावनाओं को पहचानने-समझने और स्वयं के व्यवहार तथा संबंधों को मैनेज करने के लिए इस जागरूकता का उपयोग करने की क्षमता है।’
इसका मतलब है कि क्या आप बहुत अधिक गुस्सा आने पर अपने गुस्से को नियंत्रित कर सकते हैं या नहीं। किसी पारिवारिक फंक्शन के साथ-साथ ऑफिस का कोई जरूरी काम होने पर अपने इमोशंस को नियंत्रित कर पाते है या नहीं। आप अपने आप को दूसरों की स्थिति में रखकर देख पाते हैं या नहीं, और दूसरों के इमोशंस को समझ पाते हैं या नहीं।
EQ बढ़ाने के 5 पावरफुल तरीके
1) अपने इमोशंस पर ध्यान देना शुरू करें: जब भी आप किसी इमोशन में हो तो उसे पहचानने की शुरुआत करें, और अपने आप से बात करते हुए उसके लिए एक नाम की तलाश करें जैसे गुस्सा, जिज्ञासा, बोरियत, खुशी, उदासी, डर, प्यार, घृणा, गर्व, शर्म, चिंता, फ़्रस्ट्रेशन, इनसल्ट आदि। सबक – खुद को पहचानें
2) अपने व्यवहार पर ध्यान दें: इमोशंस पर ध्यान देने के साथ इस बात पर भी ध्यान देना शुरू करें किसी विशेष स्थिति में आप कैसे व्यवहार करते हैं। किन चीजों से आपको गुस्सा आता है, कौनसी बात आपको खुशी देती है इत्यादि। सबक – सिचुएशन रिएक्शन स्टडी करें
3) अपने खुद के ओपिनियन को चैलेंज करें: एकांत में बैठ कर विचार करें कि किसी मुद्दे पर आपके विचार या ओपिनियन क्या हैं और वैसे ओपिनियन आप ने क्यों बनाए हैं, दूसरे और क्या ओपिनियन हो सकते हैं। इस तरह का चिंतन-मनन ही आपके जीवन को अमीर बनाता है। सबक – अपने आप को चैलेंज करें
4) दूसरों से फीडबैक लें: अपने व्यवहार के बारे में अपने परिवारजनों, दोस्तों, सहकर्मियों इत्यादि से फीडबैक लें और उनसे पूछें कि उन्हें क्या अच्छा लगा, क्या अच्छा नहीं लगा, इत्यादि। अपने व्यवहार पर कार्य करें। सबक – दूसरों से सत्य जानें
5) लिटरेचर या साहित्य पढ़ें: किसी भी भाषा में लिखा साहित्य आपकी पर्सनालिटी के निर्माण में बड़ी भूमिका निभाता है। कई सारे कैरेक्टर्स वाले उपन्यास, नॉवेल, स्टोरीज आदि को पढ़ने से आप अपने से अलग लोगों के प्रति ओपन-माइंडेड हो जाते हैं, नफरत कम होने लगती है और समझ बढ़ती है। उसी मैच्युरिटी को EQ कहते हैं! । सबक – खूब पढ़ें, दुनिया के अलग रंग देखें
तो फंडा यह है कि दूसरों के इमोशंस को समझना, सिचुएशन के हिसाब से रियेक्ट करना या नहीं करना, और मुस्कुरा के चुप रह जाना, ये हाई EQ की निशानी है।