नई दिल्ली। अमेरिकी सरकार (US government) ने दावा किया कि ऑफिस में कंप्यूटर-माउस या फिर कॉफी मशीन को छूने से भी मंकीपॉक्स(Monleypox) हो सकता है। अमेरिकी रोग नियंत्रण निकाय (सीडीसी) की नई रिसर्च में इस बात के सबूत मिले हैं कि मंकीपॉक्स वायरस (monkeypox virus) नियमित रूप से सैनिटाइजेशन के बाद कई दिनों तक कई सामान्य घरेलू वस्तुओं पर रह सकता है। सीडीसी के शोधकर्ताओं ने अध्ययन के लिए दो मंकीपॉक्स रोगियों के घर का परीक्षण किया।
घरों की सतह को नियमित रूप से सैनिटाइज (sanitize) किया जाता था। रोगी दिन में कई बार हाथ धोते थे और नहाते थे। इसके बावजूद 20 दिन बाद भी 70 फीसदी सतहों पर मंकीपॉक्स पाया गया। घर के जिन हिस्सों या वस्तुओं पर वायरस मिला, इनमें सोफे, कंबल, कॉफी मशीन, कंप्यूटर-माउस और बिजली के स्विच शामिल हैं। हालांकि, सीडीसी ने यह स्पष्ट किया कि इनमें किसी भी वस्तु या सतह पर कोई जीवित वायरस नहीं पाया गया।
पालतू मवेशियों से भी संक्रमण का खतरा
अमेरिकी (American) स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, मंकीपॉक्स से संक्रमित लोगों को घरेलू पालतू जानवरों से दूर रहने की चेतावनी दी गई है। उन्होंने कहा कि जानवरों में वायरस से ग्रस्त होने का खतरा हो सकता है।
92 देशों में अब तक फैला संक्रमण
इन देशों में मंकीपॉक्स के 35 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।
मंकीपॉक्स संक्रमण से दुनियाभर में अब तक 12 मरीजों की जान जा चुकी है।
ये हैं इसके लक्षण
सीडीसी के अनुसार मंकीपॉक्स के लक्षण चिकनपॉक्स की तरह ही होते हैं। ये ज्यादा खतरनाक नहीं है। इसके प्रमुख लक्षणों में सिरदर्द, बुखार, शरीर में दर्द और कमर दर्द, ठंड लगना, थकान महसूस करना, चेहरे और मुंह के अंदर छाले होना, हाथ-पैर में चकत्ते होना शामिल है।