नई दिल्ली/वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे दौरे पर न जाने के बाद टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली मैदान पर उतरने के लिए तैयार हैं। यूएई में 27 अगस्त से शुरू होने वाले एशिया कप 2022 में वह खेलते दिखाई देंगे। दाएं हाथ का बल्लेबाज खराब दौर से गुजर रहा है और बल्ले से 2019 के अंत से शतक नहीं निकला है। ऐसे में इस मल्टी नेशन टूर्नामेंट में उनकी निगाहें फॉर्म वापस हासिल करने पर होगी। इस बीच उन्होंने द इंडियन एक्सप्रेस को इंटरव्यू दिया। इसमें उन्होंने मेंटल हेल्थ और बतौर खिलाड़ी उनके लिए सबसे बड़े चैलेंज को लेकर बात की है।
भरे कमरे में अकेला महसूस करता था
मेंटल हेल्थ को लेकर सवाल पर विराट ने कहा, ” एक एथलीट के तौर पर खेल में आप सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते हैं, लेकिन साथ ही आप जिस दबाव में लगातार रहते हैं वह आपके मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। यह निश्चित रूप से एक गंभीर मुद्दा है और हम मजबूत रहने की कोशिश करते हैं, लेकिन यह तोड़ सकता है। युवा एथलीटों के लिए मेरा सुझाव यह होगा कि फिटनेस और रिकवरी पर ध्यान देना एक अच्छा एथलीट बनने की कुंजी है, लेकिन अपने आप से जुड़ाव काफी महत्वपूर्ण है। “
अपने लिए समय निकालें
कोहली ने आगे कहा, “व्यक्तिगत रूप से ऐसे समय का अनुभव हुआ है जब मुझे समर्थन और प्यार करने वाले लोगों से भरे कमरे में भी मैं अकेला महसूस करता था। मुझे पता है कि इससे बहुत लोग इत्तेफाक रखते होंगे। इसलिए अपने लिए समय निकालें और अपने आप जुड़े रहें। ऐसा नहीं होने पर अन्य चीजों के बिखरते समय नहीं लगेगा। आपको यह सीखने की जरूरत है कि अपने समय को कैसे बांटा जाए ताकि संतुलन बना रहे।”
खिलाड़ी के तौर पर क्या है सबसे बड़ा चैलेंज
खिलाड़ी के तौर पर चैंलेज के सवाल पर विराट कोहली ने कहा, ” मेरा मानना है कि फोकस के मामले में प्रतिस्पर्धा के कारण मैं सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता हूं। क्रिकेट जैसे खेल में गलती की कोई जगह नहीं है। यह मुझे चुनौती देता है। यह वास्तव में कुछ ऐसा है जिसपर मैं काफी ध्यान देता हूं। यह एक बड़ा काम है। एक एथलीट के रूप में हमेशा इस लक्ष्य पर ध्यान रहता है कि अपनी टीम को जीत दिलाना है, लेकिन चुनौतियां आपको बेहतर हासिल करने में मदद करती हैं।”
एक दौरे का तनाव दूर करके अगली सीरीज के लिए कैसे तैयारी करते हैं
विराट कोहली ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा, ” हेक्टिक शेड्यूल के तनाव को दूर करने में अपने परिवार के साथ समय बिताने से मदद मिलती है। इसके अलावा मुझे अपने शौक पूरे करने में समय बिताना अच्छा लगता है। यात्रा मुझे तनाव मुक्त करने में बहुत मदद करती है और। कॉफी से भी मदद मिलती है। कॉफी के अलग-अलग फ्लेवर ट्राई करना और इसके मशहूर जगहों पर जाना पसंद है।”