टीम इंडिया और जिम्बाब्वे के बीच 18 अगस्त 2022 से तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जाएगी। तीनों मैच हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेले जाएंगे। दोनों टीमों के बीच अबतक 61 वनडे मैच खेले गए हैं। मेहमान टीम को 51 में जीत मिली है। वहीं मेजबान टीम केवल 10 मैच जीती है। दो मैच टाई रहे हैं। अफ्रीकी देश के खिलाफ मैन इन ब्लू का रिकॉर्ड इतना बढ़िया है कि टीम 24 साल से द्विपक्षीय सीरीज में एक भी वनडे मैच नहीं हारी है। इसके अलावा केएल राहुल की अगुआई वाली टीम की निगाहें जिम्बाब्वे के खिलाफ लगातार 7वीं वनडे सीरीज जीतने पर होंगी।
द्विपक्षीय सीरीज में जिम्बाब्वे और भारत के बीच पहला वनडे मैच साल 1992 में खेला गया था। मैच हरारे में ही हुआ था। टीम इंडिया को 30 रनों से जीत मिली थी। द्विपक्षीय सीरीज में 17 मैचों में टीम इंडिया केवल दो बार जिम्बाब्वे से हारी है। साल 1997 में 1998 में उसे हार का सामना करना पड़ा है। टीम इंडिया सीरीज भी 1997 में ही हारी थी। दो मैच की सीरीज में से एक मैच कैंसल हो गया था।वनडे क्रिकेट की बात करें तो टीम इंडिया शानदार फॉर्म में चल रही है। टीम ने वेस्टइंडीज दौर पर 3-0 से क्लीन स्वीप किया। वहीं इससे पहले उसने इंग्लैंड दौरे पर 2-1 से सीरीज अपने नाम की। जिम्बाब्वे की टीम भी अच्छी फॉर्म में है। टीम ने हाल ही में बांग्लादेश को 2-1 से हराया। इस बात पर कोई संदेह नहीं है कि सभी की निगाहें कार्यवाहक कप्तान केएल राहुल पर होंगी, जो चोट के कारण लंबे समय बाद वापसी कर रहे हैं।30 वर्षीय राहुल ने फिटनेस टेस्ट पास कर लिया है और टीम की अगुआई के लिए तैयार हैं। सवाल यह है कि वह कहां बल्लेबाजी करेंगे। ओपनिंग की बात करें तो भारत के पास बहुत सारे विकल्प हैं। टीम के पास शिखर धवन, शुभमन गिल के अलावा इशान किशन और ऋतुराज गायकवाड़ का विकल्प है। दौरे पर राहुल द्रविड़ की जगह वीवीएस लक्ष्मण कोच हैं। इससे पहले उन्होंने आयरलैंड दौरे पर भी कोच की जिम्मेदारी संभाली थी, जब द्रविड़ टेस्ट टीम के साथ इंग्लैंड में थे।सीरीज में सबकी निगाहें ऑलराउंडर अक्षर पटेल और दीपक चाहर पर भी होंगी। स्पिनरों की बात करें तो कुलदीप यादव अक्टूबर में होने वाले टी20 विश्व कप से पहले अपनी छाप छोड़ने के इच्छुक होंगे। हरारे में अच्छा प्रदर्शन करके वह टीम प्रबंधन को एक और बैकअप का विकल्प प्रदान कर सकते हैं। इसके अलावा प्रसिद्ध कृष्णा और मोहम्मद सिराज तेज गेंदबाजी का मोर्चा संभालेंगे।