प्रयागराज के मालवीय नगर निवासी आठ वर्षीय शिवांश मोहिले ने महज 18 मिनट में यमुना नदी पार कर अपनी एक अलग पहचान बना ली है। शिवांश से पहले इसी आयु वर्ग के शहर के एक अन्य लड़के आराध्य श्रीवास्तव ने 16 जून को 22 मिनट में नदी पार की थी। शिवांश ने अपने प्रदर्शन से प्रशिक्षकों को चौंका दिया, जिन्होंने अन्य की तुलना में कम समय में नदी पार करने के उनके प्रयास और दृढ़ संकल्प की सराहना की।
शिवांश वर्तमान में टैगोर पब्लिक स्कूल में कक्षा 2 में पढ़ते हैं। उन्होंने अपने प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में, मीरापुर सिंधु सागर घाट (ककरा घाट) से सुबह 6 बजे तैरना शुरू किया और सुबह 6:18 बजे नदी को पार किया। जानकारी के अनुसार मास्टर ट्रेनर त्रिभुवन निषाद ने बताया कि सिर्फ 18 मिनट में यमुना नदी पार करने के बाद लड़के ने अपने माता-पिता का नाम रौशन किया।उन्होंने कहा कि वर्तमान में सभी आयु वर्ग के 100 बच्चे नवजीवन स्विमिंग क्लब के बैनर तले प्रशिक्षण ले रहे हैं। शिवांश के माता-पिता विकास और खुशी मोहिले ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का क्षण है। इस बीच निषाद ने कहा कि शिवांश इस साल 2 से 8 साल के आयु वर्ग के पहले प्रशिक्षु तैराक हैं, जिन्होंने नदी पार करने के लिए शहर के सभी कोनों से तालियां बटोरी हैं।उन्होंने यह भी कहा कि अभ्यास के दौरान आपातकालीन सहायता के लिए पांच नावें थीं। शहरवासियों ने भी उनका स्वागत किया और उनके प्रयासों की सराहना की। ट्रेनर के अनुसार शिवांस टाइमिंग घटाने की जिद पर अड़े हैं। वह नियमित तौर पर प्रैक्टिस करते हैं। उन्होंने कहा कि तैरना सब जानते हैं, लेकिन मन से डर और तरीका नहीं पता होता। ट्रेनिंग में हम बच्चों और युवाओं को इसके तरीके बताते हैं। यही कारण है कि तैरना वह आसानी से सीख जाते हैं। तैराकी से पूरी तरह अनजान बालक या युवा महीने भर में बहते पानी पर लेटना शुरू कर देते हैं।