बेंगलुरु/रणजी ट्रॉफी 2021-22 सत्र के फाइनल के पहले दिन मुंबई और मध्य प्रदेश के बीच बराबरी का मुकाबला हुआ। स्टंप्स तक मुंबई ने पहली पारी में 5 विकेट खोकर 248 रन बनाए। पूरे सीजन में बेहतरीन बल्लेबाजी करने वाले सरफराज खान 40 और शम्स मुलानी 12 रन बनाकर नाबाद हैं। यशस्वी जायसवाल (78), कप्तान पृथ्वी शॉ (47), अरमान जाफर (26), सुवेद पाटकर (18) और विकेटकीपर बल्लेबाज हार्दिक तमोरे (24) आउट हो चुके हैं।
अच्छी शुरुआत के बाद लगे मुंबई को झटके
पृथ्वी शॉ और यशस्वी जायसवाल ने मुंबई को अच्छी शुरुआत दी। इन दोनों ने पहले विकेट की साझेदारी में 87 रन जोड़े। शॉ 79 बॉल पर 5 चौके और एक छक्का जमाने के बाद मीडियम पेसर अनुभव अग्रवाल की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद जायसवाल ने अरमान जाफर के साथ मिलकर मुंबई को 100 रन के पार पहुंचाया। मुंबई का दूसरा विकेट 120 रन के स्कोर पर गिरा जब जाफर 56 गेंदों पर 26 रन बनाकर IPL स्टार लेफ्ट आर्म स्पिनर कुमार कार्तिकेय की गेंद पर यश दुबे को कैच थमा बैठे।MP के लिए अनुभव अग्रवाल और श्रेयांश जैन ने दो-दो विकेट लिए। एक सफलता कुमार कार्तिकेय के हाथ लगी। मुंबई अब तक 41 बार खिताब जीत चुकी है। वहीं, दूसरी बार फाइनल में पहुंचने वाली MP की टीम को पहले खिताब की तलाश है।
।सुवेद पाटकर फ्लॉप, शतक से चुके जायसवाल
मुंबई को तीसरा झटका सुवेद पाटकर के रूप में लगा। वे 18 रन बनाकर सारांश जैन की गेंद पर MP के कप्तान आदित्य श्रीवास्तव को कैच थमा बैठे। यशस्वी जायसवाल फर्स्ट क्लास क्रिकेट में चौथा शतक जमाने से चूक गए। वे 78 रन के निजी स्कोर पर अग्रवाल का दूसरा शिकार बने। दिन के खेल में मुंबई को पांचवां और आखिरी झटका हार्दिक तमोरे के रूप में लगा। उनका विकेट सारांश जैन ने लिया।
मुंबई की उम्मीद अब इस सीजन के सबसे सफल बल्लेबाज सरफराज खान पर टिकी हैं। सरफराज खान पहले दिन का खेल खत्म होने के समय 125 गेंद में 40 रन और शम्स मुलानी 43 गेंद में 12 रन बनाकर नाबाद थे। सरफराज रणजी ट्रॉफी के इस सीजन 800 रन बनाने वाले इकलौते बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण को भी पीछे छोड़ा। सरफराज खान रणजी ट्रॉफी में 2000 से ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों के औसत के मामले में रूसी मोदी के साथ संयुक्त रूप से तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं