मुरैना। मुरैना की ग्राम पंचायत टेंटरा की आदिवासी महिलाओं के संकल्प ने यहां के सरपंच प्रत्याशियों की नींद उड़ा कर रख दी है। सभी महिलाओं ने एकजुट होकर ये संकल्प लिया है कि जो भी प्रत्याशी वोट पाने के लिए शराब वितरित करेगा उसे वोट ना दें।
महिलाओं ने हिम्मत दिखाकर पहली बार लिया संकल्प
टेंटरा और उसके आसपास के गांव में रहने वाली महिलाओं ने पहली बार हिम्मत दिखाते हुए इस तरह की महापंचायत बुलाई और शराब के विरोध में संकल्प लिया। महापंचायत में शामिल हुई महिलाओं ने बताया कि शराब उनके परिवारों को धीरे-धीरे बर्बाद करने का काम कर रही है। वे शराब की वजह से काफी परेशान हो चुकी हैं इसलिए अब वे शराब के नशे को अपने परिवारों से दूर रखना चाहती हैं। यही वजह है कि उन्होंने एकजुट होकर ऐसा संकल्प लिया है कि जो प्रत्याशी शराब बांटेगा उसे वोट नहीं करेंगे।
संकल्प को पूरा करने के लिए बनाई जाएंगी जन जागरण समिति
महिलाओं ने जो संकल्प लिया है उस संकल्प को पूरा करने के लिए महिलाओं द्वारा जन जागरण समिति भी बनाई जाएगी। यह समिति गांव-गांव जाकर महिलाओं को जागरूक करेंगी। इसके साथ ही सभी मतदाताओं को भी इस बात के लिए प्रोत्साहित करेंगी कि जो भी प्रत्याशी चुनाव में शराब का वितरण करें उसे वोट नहीं दें।
15 गांव की 300 महिलाएं हुई महापंचायत में शामिल
टेंटरा और उसके आसपास के 15 गांव की 300 महिलाएं इस महापंचायत में शामिल हुईं। सभी महिलाओं ने अपने अपने विचार भी महापंचायत में व्यक्त किए। महिलाओं ने शराब की वजह से होने वाली परेशानियों के बारे में भी अपने अनुभव साझा किए और एक दूसरे को इस बात के लिए प्रोत्साहित किया कि घर में वे किसी भी शख्स को शराब का सेवन नहीं करने दे।
जो विकास की बात करेगा उसको देंगी वोट
महिलाओं ने एक तरफ जहां शराब वितरण करने वाले प्रत्याशी को वोट नहीं देने का संकल्प लिया है तो वहीं दूसरी तरफ महिलाओं ने ऐसे प्रत्याशी को वोट देने की बात कही है जो उनके क्षेत्र का विकास करें, उनकी परेशानियों को दूर करे। महापंचायत में शामिल हुई महिलाओं का कहना है कि क्षेत्र का विकास होगा तभी उनके परिवार की स्थितियां भी सुधरेगी और उनका जीवन सुख में होगा। इसलिए वे ऐसे ही प्रत्याशी को वोट करेंगे जो विकास करने की विचारधारा रखता हो।