दिल्ली की रातें अब पहले से ज्यादा रोशन हुआ करेंगी, क्योंकि यहां अब ‘रात के सौदागरों’ की संख्या बढ़ने जा रही है. जी नहीं, दिल्ली में कोई जादू-टोना नहीं होने जा रहा है, बल्कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार ने रातभर खुलने वाली दुकानों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया है.
अब पूरी दिल्ली में 155 दुकानें और कमर्शियल एस्टैबलिशमेंट ऐसी होंगी जो 24X7 खुली रहेंगी. इससे लोगों की पहुंच आवश्यक वस्तुओं और सर्विस तक बढ़ेगी. इसी के साथ पूरी दिल्ली में ऐसे स्टोर्स और एस्टैबलिशमेंट की संख्या 523 हो जाएगी.
दिल्ली की नाइट इकोनॉमी को मिलेगा बूस्ट
राज्य सरकार के इस कदम से दिल्ली की रात पहले से ज्यादा रोशन होंगी. नाइट लाइफ और नाइट इकोनॉमी दोनों को बूस्ट मिलेगा. इतना ही नहीं इस कदम से जॉब्स बढ़ेंगी, वहीं सरकार की ओर से कर्मचारियों के वेलफेयर के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं.
एक अनुमान के मुताबिक अगर दिल्ली की नाइट लाइफ को वाइब्रेंट और बूस्ट-अप दिया जाता है, तो ये राज्य की जीडीपी में 50 से 70 हजार करोड़ से ज्यादा का योगदान कर सकती है. लंदन जैसे शहर की इकोनॉमी में उसकी नाइट लाइफ का योगदान 6 से 8 प्रतिशत है.
सरकार के एक बयान के मुताबिक कैबिनेट के निर्णय पर मुहर लगाने के लिए फाइल उप-राज्यपाल को भेज दी गई है. साल 1954 से 2022 तक दिल्ली में 24X7 खुलने वाले एस्टैबलिशमेंट की संख्या सिर्फ 269 थी. 2022 के बाद से सरकार लगातार इनकी संख्या बढ़ाने पर ध्यान दे रही है.
ऑनलाइन कर दी गई है पूरी प्रोसेस
सरकार ने बताया कि इन दुकानों और एस्टैबलिशमेंट को ‘दिल्ली शॉप्स एंड एस्टैबलिशमेंट एक्ट-1954’ की धारा-14, 15 और 16 से छूट प्रदान कर दी गई है. ये सभी धाराएं लोगों को रात में नौकरी पर रखने, दुकानों को खोलने और बंद करने का समय तय करने और छुट्टी फिक्स करने के नियमों से जुड़ी हैं.
इसी के साथ जो लोग दुकानें 24X7 खुली रखना चाहते हैं, उनके लिए आवेदन की प्रोसेस को ऑनलाइन कर दिया गया है. वहीं एक बार एप्लीकेशन रिजेक्ट होने के बाद यदि संबंधित दुकान कमियों को दूर कर लेती है, तो वह दोबारा ऑनलाइन आवेदन कर सकती है.